आयुर्वेद के फायदे असंख्य है, इस वजह से इसका प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है । यह भारत में ही नहीं अपितु विदेशों में भी आयुर्वेदिक तौर तरीकों की खूब चर्चा हो रही है । प्राचीन काल में व्यक्ति प्रकृति के बहुत करीब रहता था और जब भी कभी अस्वस्थ होता तो वह प्रकृति में उपलब्ध साधनों से ही अपने आप को ठीक कर लेता, जो और कुछ नहीं बल्कि जड़ी बूटियाँ हैं ।
प्राचीन काल से लोगो का मानना है की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियाँ उन बीमारियों को भी ठीक कर सकती है जो शायद विज्ञान भी ना कर पाए ।
आयुर्वेद बीमारी की जड़ तक जाकर इसके मूल कारण का निवारण करता है । प्राचीन काल में ऋषि तरह-तरह की जड़ी बूटियों का प्रयोग करके दवाइयाँ बनाते थे । आयुर्वेदिक दवाइयाँ बनाते समय, उपयोग में आने वाली समस्त जड़ी बूटियों का गहनता से (फायदे अथवा नुकसान ) अध्ययन किया जाता है ।
जड़ी बूटियों द्वारा बनायी हुई दवाइयों का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता । आयुर्वेद में जड़ी बूटियों का अहम महत्व है । आयुर्वेद की ताकत कभी कभी चौंका देती है । एक छोटी सी जड़ी बूटी से गॉल ब्लैडर एवं किडनी के पत्थर तक समाप्त हो जाते है ।
आयुर्वेद का मानना है की किसी भी व्यक्ति की बीमारी का मूल कारण आंतरिक अंगों का खराब होना अथवा पूर्ण रूप से काम ना करना है इसलिए आयुर्वेद प्रकृति में उपलब्ध जड़ी बूटियों का प्रयोग कर शरीर के आंतरिक अंगों की कार्य क्षमता बढ़ाता है ।
आयुर्वेद की इसी अद्भुत शक्ति के आधार पर Green Cure Wellness ने अपने उत्पादों को बाज़ार में उतारा है । इनके उत्पाद जर्मन वैज्ञानिक द्वारा डिज़ाइन किये गए है जो की भारत के पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए EU Production Guidelines द्वारा निर्मित है । Green Cure Wellness ने 3 वर्षो के अथक प्रयास के बाद हमारे देश में प्रचलित बीमारियाँ जैसे सांस की समस्या, मांसपेशियों का दर्द, दाद-खाद-खुजली आदि का आयुर्वेदिक समाधान लेकर आये है ।
Green Cure Wellness के सभी उत्पाद effective और सुरक्षित (बिना side effects) है तथा आयुष विभाग भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों पर खरे उतरते है ।